Thursday, May 28, 2015

मेरी कुछ क्षणिकाएँ








मेरी कुछ क्षणिकाएँ

एक :
संबिधान है
न्यायालय है
मानब अधिकार आयोग है
लोकतांत्रिक सरकार है
साथ ही
आधी से अधिक जनता
अशिक्षित ,निर्धन और लाचार है .

दो:
कृषि प्रधान देश है
भारत भी नाम है
भूमि है ,कृषि है, कृषक हैं
अनाज के गोदाम हैं
साथ ही
भुखमरी,  कुपोषण में भी बदनाम है .


तीन:
खेल है
खेल संगठन हैं
खेल मंत्री है
खेल पुरस्कार हैं
साथ ही
खेलों के महाकुम्भ में
पदकों की लालसा में सौ करोड़ का भारत भी देश है .

मदन मोहन सक्सेना.

1 comment:

  1. कृषि प्रधान देश है
    भारत भी नाम है
    भूमि है ,कृषि है, कृषक हैं
    अनाज के गोदाम हैं
    साथ ही
    भुखमरी, कुपोषण में भी बदनाम है .
    एकदम सटीक क्षणिकाएं सक्सेना जी ! बाकी दोनों भी बहुत बेहतरीन

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